सैफई : सैफई सर्कल के नए क्षेत्राधिकारी (सीओ) केपी सिंह ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि थानों में आने वाले प्रत्येक फरियादी की सुनवाई प्राथमिकता के आधार पर की जाए। उन्होंने कहा कि शासन की गाइडलाइन के अनुरूप साक्ष्य आधारित कार्रवाई, समयबद्ध विवेचना और संवेदनशील व्यवहार पुलिस कार्यप्रणाली का हिस्सा होना चाहिए। कानपुर से स्थानांतरण के बाद प्रमोशन पाकर क्षेत्राधिकारी बने केपी सिंह की इटावा में यह पहली तैनाती सैफई सर्कल में की गई है। पूर्व सीओ रामगोपाल शर्मा को ट्रैफिक सीओ बनाया गया है। नए सीओ ने इससे पूर्व प्रदेश के विभिन्न जनपदों में प्रभारी निरीक्षक के पद पर रहते हुए कई महत्वपूर्ण संवेदनशील प्रकरणों में कार्य किया है।
कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने सर्कल के अंतर्गत आने वाले थाना सैफई, बैदपुरा, चौविया, बसरेहर के थानों के प्रभारियों के साथ बैठक की। बैठक में उन्होंने लंबित मुकदमों की समीक्षा करते हुए कहा कि विवेचना अधिकारी पेंडिंग मामलों का निस्तारण निर्धारित समयसीमा के अनुरूप करें। साथ ही, राजस्व, शांति-व्यवस्था और स्थानीय विवादों में पुलिस की भूमिका निष्पक्ष तथा समाधानकारी हो।
उन्होंने यहा उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई क्षेत्र में आने वाले मरीजों, तीमारदारों और अस्पताल स्टाफ की सुरक्षा व्यवस्था को भी महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग आते हैं, इसलिए ड्यूटी, गश्त और त्वरित कार्रवाई की व्यवस्था व्यवस्थित और सतत चलनी चाहिए।
सीओ ने कहा, पुलिस का उद्देश्य केवल कार्रवाई करना नहीं, बल्कि शांति और विश्वास का वातावरण बनाए रखना है। जनसहयोग से ही क्षेत्र में बेहतर कानून-व्यवस्था संभव है।
