सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के चिकित्सकों ने छात्र-छात्राओं को दी अमूल्य जानकारी
सैफई : श्रीश्यामलाल कन्या इंटर कॉलेज छिमारा हेंवरा में उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के तत्वावधान में छात्र-छात्राओं के लिए सड़क दुर्घटना में प्राथमिक उपचार का एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रामलखन वर्मा ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।

कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधक ओमप्रकाश यादव ने विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ. अजय सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एसपी सिंह और डॉ. रामलखन वर्मा के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह पहल समाज के लिए बेहद उपयोगी साबित होगी। उन्होंने कहा कि सड़क पर दुर्घटना की स्थिति में समय रहते प्राथमिक उपचार देने से जीवन बचाया जा सकता है।
प्रशिक्षण में डॉ. रामलखन वर्मा के नेतृत्व में डॉ. गौरव मिश्रा, डॉ. निकित आर्या, डॉ. आतिफ और डॉ. भरत ने छात्र-छात्राओं को व्यावहारिक रूप से यह सिखाया कि दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की स्थिति का आकलन कैसे करें। उन्होंने समझाया कि रक्त प्रवाह को रोकने के लिए पट्टी से बैंडेजिंग कैसे करें, गर्दन के नीचे दो उंगलियों से पल्स (नाड़ी) की जांच कैसे करें, श्वास की गति को परखना और मूर्छित अवस्था में सीपीआर देना कितना आवश्यक है। साथ ही, हड्डी फ्रैक्चर की स्थिति में लकड़ी या कार्डबोर्ड से स्थायी सपोर्ट देने और एंबुलेंस के माध्यम से चिकित्सालय भेजने की प्रक्रिया भी विस्तार से समझाई गई।

प्रशिक्षण के दौरान छात्र-छात्राओं ने फर्स्ट एड किट भी तैयार की, जिसमें कॉटन, डेटॉल, बीटाडिन ऑइंटमेंट, पट्टी बैंडेज, दर्द निवारक टैबलेट आदि सामग्री शामिल रही। इससे उन्हें प्राथमिक उपचार के प्रति व्यवहारिक समझ विकसित हुई।
कार्यक्रम के अंत में निदेशक अंकित यादव ने डॉ. रामलखन वर्मा एवं उनकी टीम को पुष्पगुच्छ व प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यशालाएं समाज को सजग बनाने और आवश्यकतानुसार मदद पहुंचाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
