कुलपति ने कहा– हर सोमवार खुद करूंगा बच्चों का इलाज, अब रेफरल सेंटर बनेगा विश्वविद्यालय
सैफई : (इटावा) उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में सोमवार को सुपर स्पेशलिटी बाल आर्थोपेडिक क्लिनिक की शुरुआत हुई। कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने इसका शुभारंभ किया और उद्घाटन के बाद खुद मरीजों को देखकर इलाज भी किया। विश्वविद्यालय में पहली बार इस तरह का विशेष क्लिनिक संचालित किया गया है, जिसमें बच्चों की हड्डियों और जोड़ों से जुड़ी जटिल समस्याओं का इलाज एक ही छत के नीचे विशेषज्ञों की टीम करेगी।
कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा कि “बड़ों की तुलना में बच्चों की हड्डियों का इलाज अलग प्रकार से किया जाता है। मैं स्वयं बाल आर्थोपेडिक विशेषज्ञ के रूप में कार्य कर चुका हूं और केजीएमयू लखनऊ में इस विभाग का प्रमुख रहा हूं। सैफई विश्वविद्यालय में अब प्रत्येक सोमवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक मैं मरीजों को देखूंगा। इस पहल से आसपास के जिलों के बच्चों को बड़े शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

यहां उन्हें अत्याधुनिक इलाज, सर्जरी और थेरेपी उपलब्ध होगी। हमारा लक्ष्य है कि यह विश्वविद्यालय जल्द ही पूरे क्षेत्र का प्रमुख रेफरल सेंटर बने।”
कुलपति ने यह भी कहा कि मरीज देखने के साथ-साथ यहां कार्यरत सीनियर और जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों को भी प्रशिक्षण देंगे। ताकि आने वाले समय में वे उच्च स्तर की बाल आर्थोपेडिक सेवाएं उपलब्ध करा सकें।

आर्थोपेडिक विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) सुनील कुमार ने बताया कि “बाल आर्थोपेडिक बीमारियों का इलाज पहले से विश्वविद्यालय में चल रहा था। अब तक 500 से अधिक बच्चों का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है। कई मामलों में बच्चों को लगातार पांच वर्ष तक इलाज की जरूरत होती है। हमारी टीम नियमित फॉलोअप और देखरेख करती है, क्योंकि अगर बीच में इलाज रुक जाए तो बीमारी वापस लौट आती है। इस सुपर स्पेशलिटी क्लिनिक की शुरुआत के बाद मरीजों को और व्यवस्थित व समग्र इलाज उपलब्ध होगा। इसमें आर्थोपेडिक विभाग के साथ-साथ बाल रोग, पीडियाट्रिक सर्जरी, फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन तथा फिजियोथेरेपी यूनिट मिलकर बच्चों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देंगे।”

उन्होंने कहा कि यहां जन्मजात विकार, क्लब फुट, हिप डिस्लोकेशन, टेढ़े पैर, स्कोलियोसिस, ग्रोथ प्लेट इंजरी, खेलकूद या दुर्घटनाओं से हुई चोटें, हड्डियों और जोड़ों के संक्रमण, चाल में गड़बड़ी तथा असामान्य वृद्धि जैसी समस्याओं का समुचित उपचार होगा। इसके लिए एक्स-रे, एमआरआई, सीटी स्कैन जैसी आधुनिक जांच सुविधाएं और बच्चों के अनुकूल सर्जरी की व्यवस्था उपलब्ध है। इसके साथ ही फिजियोथेरेपी, पुनर्वास सेवाएं, लंबाई और रीढ़ की नियमित जांच तथा अभिभावकों के लिए परामर्श सुविधा भी दी जाएगी।

कार्यक्रम का संचालन सीनियर रेजिडेंट डॉ. मोहम्मद जॉय अहमद ने किया। इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रो. (डॉ.) रमाकांत, संकायाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) आदेश कुमार, चिकित्सा अधीक्षक (डॉ) एसपी सिंह, क्लिनिक के नोडल अधिकारी डॉ. प्रदीप गुप्ता सहित डॉ. हरीश, डॉ. जसवीर, डॉ. अजय, डॉ. धीरेंद्र कुमार, डॉ. दिनेश कुमार, डॉ. रमेश, डॉ. रफेयर रहमान, डॉ. विश्व दीपक और डॉ. विनय गुप्ता मौजूद रहे।
