सैफई: दीपावली के त्यौहार पर अपने पैतृक गांव सैफई पहुंचे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सैफई में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग जुबान से स्वदेशी हैं, लेकिन मन से विदेशी।

अखिलेश यादव ने नए नारे का जिक्र करते हुए कहा कि अबकी बार डिप्टी सीएम पोस्टर से बाहर केवल उत्तर प्रदेश में ही नहीं, बल्कि देश के उन सभी क्षेत्रों में भी लागू है, जहां पोस्टर लगाए गए थे। उन्होंने बताया कि किसी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन्हें दक्षिण भारत का पोस्टर भेजा था, वह भी पोस्टर से बाहर है। उन्होंने दीपावली की मौजूदा स्थिति का उदाहरण देते हुए कहा कि पहले लोग सोने-चांदी के उपहार देते थे, लेकिन अब एक सिक्का खरीदना भी मुश्किल हो गया है। लोग दीया जलाने में लगे हैं, लेकिन दीया खरीदने की हैसियत नहीं रखते। अखिलेश यादव ने कहा कि हमारे दीया जलाने वाले मुख्यमंत्री को दक्षिण भारत से सीखना चाहिए, क्योंकि वहां बड़ी-बड़ी कंपनियों को निवेश के लिए लाया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश में निवेश न आने पर उन्होंने सवाल उठाया। उनका कहना था कि सबसे ज्यादा प्रोफेशनल लोग और तेज़ कार्य क्षमता वाले लोग यूपी में हैं, फिर भी बड़ी कंपनियां यहां नहीं आ रही हैं। इसका कारण भाजपा की नेगेटिव और रूढ़िवादी सोच है। उन्होंने गूगल मैप और इंटरनेट का उदाहरण देते हुए कहा कि निवेशकों को पता लग गया है कि यहां 5 प्रतिशत कमीशन चलता है, इसलिए बड़ी कंपनियां यूपी में नहीं आ रही हैं और निवेश दक्षिण भारत की ओर जा रहा है। अखिलेश यादव ने बिहार चुनाव और स्टार प्रचारक पर भी टिप्पणी की। उनका कहना था कि बिहार सांप्रदायिक लोगों को कभी स्वीकार नहीं करेगा। जो स्टार प्रचारक हैं, वे सफल नहीं होंगे। ये स्टार प्रचारक नहीं, बल्कि विभाजनकारी लोग हैं और बिहार कभी इन्हें स्वीकार नहीं करेगा।

उन्होंने दोनों डिप्टी सीएम पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे बहुत बहादुर नहीं हैं। साथ ही भाजपा सरकार के नौ साल के कार्यकाल में महंगाई बढ़ने, निवेश न आने और रोजगार के कम होने पर भी सवाल उठाए। उनका कहना था कि भाजपा को यह सोचने की जरूरत है कि लगातार सरकार चलाने के बावजूद आज अर्थव्यवस्था कहां पहुंची है.
अखिलेश यादव ने दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पहले लोग एक-दूसरे को सोने-चांदी के उपहार देते थे, लेकिन अब गरीब परिवार के लिए यह संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर गरीब परिवार में कोई शादी हो, तो भी जरूरी सामग्री खरीद पाना मुश्किल है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग दावा करते हैं कि महंगाई कम होगी, निवेश आएगा और रोजगार बढ़ेगा, लेकिन नौ साल के कार्यकाल में जनता को इसका लाभ नहीं मिला। उन्होंने जनता से अपील की कि घूम जो खा रहे हैं, वह सब विदेशी हैं और मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि स्वदेशी अपनाओ। सपा मुखिया अखिलेश यादव रविवार कों लखनऊ से सैफई करीब 4:30 बजे पहुंचे और उसके बाद पार्टी कार्यालय पर पत्रकार वार्ता की। प्रदेश भर से बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता भी सैफई में उनसे मिलने पहुंचे। सोमवार को सुबह 10:00 बजे वह पार्टी कार्यालय पर दीपावली के पर्व पर लोगों से मुलाकात करेंगे और शुभकामनाएं देंगे।
