सैफई : उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में मंगलवार को उपचार व्यवस्था की हकीकत जानने पहुंचे कुलपति ने अस्पताल के कार्डियोलॉजी वार्ड, सर्जरी ओपीडी, माइनर ओटी और फिजियोथेरेपी यूनिट का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने मरीजों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और उपचार की गुणवत्ता, दवाओं की उपलब्धता तथा चिकित्सा सेवाओं के स्तर की जानकारी ली।

कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने सुबह करीब दस बजे निरीक्षण की शुरुआत कार्डियोलॉजी वार्ड से की। वहां भर्ती मरीजों से उन्होंने अस्पताल में मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली और स्टाफ से ईसीजी सुविधा, नर्सिंग व्यवस्था और दवा वितरण प्रणाली के संबंध में सवाल किए। उन्होंने कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) सुभाष चंद्र को निर्देश दिए कि वार्ड में ईसीजी सेवा हर समय उपलब्ध रहे और जिन दवाओं का स्टॉक खत्म है उनकी आपूर्ति तत्काल सुनिश्चित की जाए।

निरीक्षण के दौरान कुलपति ने कार्डियोलॉजी विभाग के स्टोर का भी अवलोकन किया। उन्होंने स्टॉक रजिस्टर और ट्रीटमेंट रजिस्टर की जांच की और कहा कि सभी दवाओं की आपूर्ति, उपयोग और उपलब्धता का अद्यतन रिकार्ड नियमित रूप से दर्ज किया जाए। इसके बाद उन्होंने पीएसी रूम, सर्जरी ओपीडी, माइनर ओटी और ड्रेसिंग रूम का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां पंजीकरण प्रक्रिया, ड्रेसिंग कार्य और स्वच्छता व्यवस्था को देखा तथा संबंधित स्टाफ को रोगी सेवा में पारदर्शिता और तत्परता बनाए रखने के निर्देश दिए।
कुलपति ने इसके बाद ऑर्थो और पीएमआर ओपीडी के संयुक्त क्षेत्र का निरीक्षण किया और फिजियोथेरेपी यूनिट पहुंचकर मरीजों से उपचार प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मरीजों की सुविधा सर्वोपरि है, इसलिए उपकरणों की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जाए और जरूरत पड़ने पर मशीनों की अद्यतन सूची तैयार कराई जाए।

निरीक्षण के दौरान कुलपति ने यह भी निर्देशित किया कि प्रत्येक माह फायर मॉक ड्रिल कराई जाए और उसकी रिपोर्ट समय पर विश्वविद्यालय प्रशासन को भेजी जाए। ओपीडी परिसर के बाहर गार्डन क्षेत्र में मरीजों और परिजनों के बैठने की व्यवस्था को सुदृढ़ करने तथा हरियाली बढ़ाने के लिए पौधारोपण कराने के भी निर्देश दिए। कुलपति ने कहा कि अस्पताल सेवाओं में सतत सुधार और मरीजों की संतुष्टि विश्वविद्यालय की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
मौके पर प्रति कुलपति प्रोफेसर डॉ रमाकांत यादव, चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर डॉक्टर एसपी सिंह, उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ विजय मिश्रा आदि मौजूद रहे।
