सैफई (इटावा) : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कहा है कि पिछड़े-दलित-अल्पसंख्यक (पीडीए) समाज के सम्मान और अधिकारों के लिए हम एकजुट हैं। पीढ़ियों तक चली आ रही असमानता और अपमान के खिलाफ हम संघर्ष जारी रखेंगे। अपने पिता नेता जी मुलायम सिंह यादव की तीसरी पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि नेताजी के आदर्शों पर चलकर समाजवाद और संवैधानिक सुरक्षा को मजबूत करेंगे।

सैफई स्थित नेताजी मुलायम सिंह यादव के समाधि स्थल पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों, कार्यकर्ताओं और पत्रकारों से बातचीत करते हुए भावुक संबोधन दिया।
उन्होंने कहा कि नेताजी के साथ जीवनभर संघर्ष करने वाले अनेक साथी मंच पर और मंच के सामने बैठे हैं यही समाजवादी परिवार है जिसने हर उतार-चढ़ाव में नेताजी और समाजवाद का साथ दिया है।
अखिलेश यादव ने कहा, हम इसी स्थल पर खड़े हैं जो नेताजी की स्मृति में बन रहे मेमोरियल पर है। आज उनकी तृतीय पुण्यतिथि पर हम उनके बताये हुए सिद्धांतों और मूल्यों पर चलते हुए उनके सपनों को पूरा करने का संकल्प ले रहे हैं। नेताजी ने जीवनभर किसानों, मजदूरों, दबे-कुचे और अल्पसंख्यकों के अधिकारों व सम्मान के लिए संघर्ष किया — हमारी जिम्मेदारी है कि हम उन मूल्यों को आगे बढ़ाएं।
उन्होंने संविधान की रक्षा पर ज़ोर देते हुए कहा, संविधान हमारी संजीवनी है। समाजवादी लोगों ने हमेशा कहा है कि संविधान को बचाना हमारा कर्तव्य है। आज आरक्षण के अधिकार को कमजोर करने की साजिशें रची जा रही हैं; ऐसे किसी भी षड्यंत्र को सफल नहीं होने देंगे।”

अखिलेश यादव ने आगे कहा, हमारी लड़ाई अन्याय,अत्याचार और भेदभाव के खिलाफ है।पिछड़े-दलित-अल्पसंख्यक (पीडीए) समाज के सम्मान और अधिकारों के लिए हम एकजुट हैं। पीढ़ियों तक चली आ रही असमानता और अपमान के खिलाफ हम संघर्ष जारी रखेंगे। स्मारक के बारे में उन्होंने बताया कि मेमोरियल के निर्माण में कई जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं ने सहयोग दिया है। राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन सहित अनेक सांसदों, विधायकों और कार्यकर्ताओं ने समय-समय पर सहयोग किया है। मैं कुछ साथियों के नाम नहीं लेना चाहूंगा, पर हमने करीब दो दर्जन सहयोगकर्ताओं के योगदान का उल्लेख किया है, उन्होंने कहा। निर्माण कार्यक्रम की समयसीमा का भी उल्लेख किया और कहा, हमारी कोशिश है कि यह मेमोरियल अगले वर्ष तक पूरा कर लिया जाए और नेताजी के जन्मदिन 22 नवंबर 2026 को भव्य कार्यक्रम के साथ इसका उद्घाटन किया जाए। पूरा होने में समय लगेगा, पर हम इसे अगले वर्ष तक मुख्य स्थल के रूप में तैयार करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। समाप्ति में उन्होंने दोहराया कि नेताजी ने लोकतंत्र, समाजवाद और संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने में अपना पूरा जीवन लगा दिया। उनके आदर्शों पर चलकर हम किसानों, मजदूरों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के सम्मान और अधिकारों के लिए हर मंच पर संघर्ष करते रहेंगे,वे बोले।
