सैफई (इटावा): उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में मंगलवार को “समर्थ उत्तर प्रदेश – विकसित उत्तर प्रदेश 2047” विषय पर एक विशेष कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यशाला प्रदेश को समृद्ध और विकसित राज्य बनाने की दिशा में आमजन के सुझाव सीधे सरकार तक पहुंचाने के उद्देश्य से आयोजित की गई।

कार्यशाला का शुभारंभ उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. अजय सिंह, मुख्य अतिथि सेवा निवृत्त भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी प्रकाश चंद्र गुप्ता, जिलाधिकारी शुभ्रांत शुक्ला, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव, मुख्य अभियंता पी.सी.एल. आशीष अस्थाना सहित अन्य विशिष्ट अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया।
कार्यक्रम में कुलपति प्रो. डॉ. अजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश को स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में विकसित राज्य बनाने के लिए “एक राज्य – एक स्वास्थ्य नीति” लागू करना आवश्यक है। उन्होंने चिकित्सा शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ई-आईसीयू, ई-क्लासरूम, अंगदान जैसे एकीकृत कार्यक्रम अपनाने पर बल दिया। साथ ही उन्होंने एपेक्स ट्रॉमा सेंटर की स्थापना और ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों के विस्तार पर विशेष रूप से ध्यान आकर्षित किया।

मुख्य अतिथि सेवा निवृत्त आईएएस अधिकारी प्रकाश चंद्र गुप्ता ने कहा कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में गुणवत्ता एवं नवाचार को बढ़ावा देकर प्रदेश की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार किया जा सकता है। उन्होंने नागरिकों को इस अभियान में भाग लेने और अपने सुझाव https://samrthuttarpradesh.up.gov.in पोर्टल पर दर्ज कराने के लिए प्रेरित किया।

जिलाधिकारी शुभ्रांत शुक्ला ने भी स्वास्थ्य सेवा के समग्र विकास में चिकित्सा शिक्षा संस्थानों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि सैफई में स्थापित चिकित्सा विश्वविद्यालय प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव ने स्वास्थ्य सेवाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान केंद्रित किया।

कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के संकायाध्यक्षों ने अपनी शैक्षणिक उपलब्धियों, अनुसंधान कार्यों एवं भावी योजनाओं का विस्तृत प्रस्तुतीकरण दिया। एमबीबीएस 2021 बैच के प्रणव तिवारी एवं 2022 बैच की पारुल ने भी अभियान के महत्व और अपने विचार साझा किए।
उत्तर प्रदेश शासन द्वारा संचालित यह अभियान आगामी एक माह तक चलेगा। इस अवधि में सभी नागरिक अपनी राय और सुझाव https://samrthuttarpradesh.up.gov.in पोर्टल पर दर्ज करा सकते हैं।

कार्यशाला में प्रति कुलपति प्रो. डॉ. रमाकांत, कुलसचिव अभिनव रंजन श्रीवास्तव, संकायाध्यक्ष प्रो. डॉ. आदेश कुमार, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. डॉ. एस. पी. सिंह सहित सभी विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, छात्रगण एवं विश्वविद्यालय परिवार के अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।
