सैफई : उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के आपातकालीन चिकित्सा विभाग की पहल पर मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स कॉलेज, चांदगीराम स्टेडियम में हॉकी व अन्य खिलाड़ियों के लिए चिकित्सा संगोष्ठी एवं मेडिकल–डेंटल स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का सफल आयोजन हुआ। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह,प्रति कुलपति प्रो. (डॉ.) रामाकांत यादव और स्पोर्ट्स कॉलेज के प्राचार्य सर्वेंद्र सिंह चौहान ने फीता काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने इस पहल को खिलाड़ियों के लिए उपयोगी बताते हुए कहा कि विश्वविद्यालय हमेशा उनके शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक दृढ़ता और प्रेरणा को बढ़ाने में सहयोग करता रहेगा। उन्होंने खिलाड़ियों से “रोकथाम, इलाज से बेहतर है” के सिद्धांत को अपनाने का आह्वान किया।

इसी क्रम में गोलकीपर्स को चेहरे की चोट से बचाने वाले हेलमेट और खिलाड़ियों को माउथ गार्ड वितरित किए गए। कुलपति ने हॉकी में योगदान के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित कोच एम.पी. सिंह और कोच डॉ. मोहम्मद जियाउर रहमान को भी सम्मानित किया। इमरजेंसी ड्रामा के विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) प्रशांत मिश्रा ने बताया कि यह आउटरीच कार्यक्रम विश्वविद्यालय को खेल संस्थानों और खिलाड़ियों से जोड़ने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। स्पोर्ट्स कॉलेज के प्राचार्य सर्वेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि हाल ही में कुलपति के नेतृत्व में स्पोर्ट्स क्लिनिक शुरू हुआ था और अब स्वास्थ्य शिविर से खिलाड़ियों को सीधा लाभ मिलेगा।

संगोष्ठी में विशेषज्ञों ने खेल चोटों, दंत सुरक्षा, एसीएल चोट से बचाव, मानसिक स्वास्थ्य और पौष्टिक आहार पर व्याख्यान दिए। वक्ताओं में प्रो. (डॉ.) प्रशांत मिश्रा, डॉ. गौरव जैन, डॉ. राज मंगल यादव, डॉ. विनय कन्नौजिया, डॉ. कौस्तव कुंडू, वरिष्ठ आहार विशेषज्ञ अल्का रानी और डॉ. संजय सिंह शामिल रहे।
डॉ. सौरभ भल्ला और डॉ. राज मंगल यादव ने हॉकी खिलाड़ियों की इंट्राऑरल स्कैनिंग कर भविष्य में 10 खिलाड़ियों के लिए कस्टमाइज्ड माउथ गार्ड उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू की। शिविर में खिलाड़ियों का सामान्य चिकित्सकीय और दंत परीक्षण कर परामर्श भी दिया गया।

कार्यक्रम के समापन पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस.पी. सिंह और उप चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विश्वदीपक ने चिकित्सकों, स्पोर्ट्स कॉलेज के शिक्षकों और खिलाड़ियों का आभार जताया। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस.पी. सिंह ने कहा, “खिलाड़ियों के स्वास्थ्य की नियमित जांच और समय पर परामर्श उनकी खेल क्षमता को और बेहतर बनाने में सहायक होता है। विश्वविद्यालय आगे भी ऐसे शिविर आयोजित कर खिलाड़ियों को स्वास्थ्य सुरक्षा की मजबूत ढाल उपलब्ध कराता रहेगा।”

शिविर में सहयोग देने वालों में डॉ. नताशा बसी, डॉ. नीरू राजपूत, डॉ. अंकित, डॉ. अमन कुमार, डॉ. प्रणय तिवारी, डॉ. वर्धन मल्होत्रा, डॉ. वंशिका सरस्वत, डॉ. यासिर अहमद, डॉ. मान्या जैन, कुणाल कुमार, विजय यादव, राहुल यादव और नरेश शामिल रहे।
