सैफई (इटावा) : तीन वर्षों से प्रधानाचार्य के अभाव में संचालित हो रहे राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) सैफई को आखिरकार स्थायी प्रधानाचार्य मिल गई हैं। बिल्हौर से प्रमोशन पाकर पहुंची मंजू सिंह ने विधिवत चार्ज ग्रहण किया। इससे पहले संस्थान का कार्यभार जनपद मुख्यालय के आईटीआई के प्रधानाचार्य राजकुमार देख रहे थे।
पत्रकारों से बातचीत में नई प्रधानाचार्य मंजू सिंह ने कहा, “मेरी प्राथमिकता संस्थान की कार्यप्रणाली को सुदृढ़ करना, अनुशासन व पारदर्शिता के साथ गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण उपलब्ध कराना होगा। छात्रों को रोजगारपरक शिक्षा मिले, इसके लिए शासन द्वारा संचालित योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा।” उन्होंने बताया कि शासन की प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना, नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम समेत विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों को समयबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा, ताकि युवाओं को तकनीकी दक्षता के साथ रोजगार के अवसर मिल सकें।

वर्तमान में संस्थान में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर 30 अगस्त तक अभ्यर्थियों को मौका दिया गया है। आईटीआई में कुल 388 सीटें हैं, जिनमें से 257 पर प्रवेश हो चुका है, जबकि 131 सीटें रिक्त हैं। ऐसे में तकनीकी शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए यह सुनहरा अवसर है।
गौरतलब है कि राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सैफई क्षेत्र के युवाओं को विभिन्न तकनीकी ट्रेडों में प्रशिक्षित कर स्वरोजगार एवं निजी क्षेत्र में नौकरी के लिए तैयार करता है। स्थायी प्रधानाचार्य मिलने से अब संस्थान में लंबित योजनाओं के गति पकड़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
