सैफई : उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई के मेडिसिन विभाग की ओर से सुपर स्पेशियलिटी डायबिटीज क्लिनिक का शुभारंभ किया गया। कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कक्ष संख्या-18 में फीता काटकर क्लिनिक का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी, फैकल्टी सदस्य और कर्मचारी मौजूद रहे। कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने कहा कि मधुमेह केवल रक्त शर्करा की वृद्धि तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हृदय, गुर्दे और आंखों सहित शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि समय पर निदान, सही उपचार और जीवनशैली में बदलाव से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह क्लिनिक क्षेत्र के मरीजों के लिए वरदान साबित होगा।

मेडिसिन विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. मनोज कुमार ने बताया कि आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों और विशेषज्ञ देखभाल के माध्यम से मधुमेह का प्रभावी प्रबंधन संभव है। यह क्लिनिक हर सोमवार और गुरुवार को दोपहर दो से चार बजे तक कक्ष संख्या-18 एवं 19 में संचालित होगी। यहां मरीजों को परामर्श, जांच और उपचार की सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि क्लिनिक का उद्देश्य केवल दवा देना ही नहीं, बल्कि मरीजों को सही आहार, जीवनशैली और नियमित जांच के प्रति जागरूक करना भी है।
नेत्र रोग विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. रवि रंजन ने कहा कि मधुमेह से होने वाली नेत्र संबंधी जटिलताएं, विशेषकर डायबिटिक रेटिनोपैथी, समय पर इलाज न मिलने पर अंधेपन तक ले जा सकती हैं। उन्होंने नियमित नेत्र परीक्षण कराने पर जोर देते हुए कहा कि क्लिनिक में मधुमेह से जुड़ी नेत्र और गुर्दे की समस्याओं का भी समुचित प्रबंधन किया जाएगा।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस पहल को क्षेत्र में उन्नत स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। भविष्य में इस क्लिनिक के माध्यम से जागरूकता कार्यक्रम और स्क्रीनिंग कैंप भी आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम में प्रतिकुलपति प्रो. डॉ. रमाकांत, संकायाध्यक्ष प्रो. डॉ. आदेश कुमार, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. डॉ. एस.पी. सिंह समेत संकाय सदस्य और कर्मचारी उपस्थित रहे।
