सैफई (इटावा) : उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई के कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह ने शुक्रवार को परिसर में फायर सेफ्टी व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान फायर सिलेंडरों पर स्पष्ट एक्सपायरी तिथि और जिम्मेदार हस्ताक्षरों का अभाव सहित कई कमियां सामने आईं। कुलपति ने संबंधित फायर सेफ्टी फर्म को नोटिस जारी करने और 24 घंटे के भीतर स्थिति से अवगत कराने के निर्देश दिए। पुरानी इमरजेंसी बिल्डिंग में किए गए निरीक्षण में पाया गया कि जहां-जहां फायर चैनल लगे हैं, वहां सिलेंडर खुले में लगे हुए हैं और रेत की बाल्टियां भी उपलब्ध नहीं हैं।

कुलपति ने एक-एक सिलेंडर की स्थिति बारीकी से जांची और मौके पर बुलाए गए फायर सेफ्टी अधिकारी को आवश्यक सुधारात्मक कदम तत्काल शुरू करने को कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी सिलेंडरों पर वैधता की तिथि स्पष्ट रूप से अंकित की जाए, रिफिल/मेंटेनेंस का रिकॉर्ड अद्यतन रखा जाए और उपकरण मानक स्थानों पर सुरक्षित ढंग से लगाए जाएं। निरीक्षण के क्रम में कुलपति ने एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड कक्ष का जायजा लेकर उपकरणों की कार्य-स्थिति और उपलब्ध संसाधनों की जानकारी ली।

अचानक हुए निरीक्षण से संबंधित विभागों में हलचल रही और जिम्मेदार अधिकारियों ने सुधार कार्य शीघ्र पूरा कराने का आश्वासन दिया। निरीक्षण के दौरान प्रति कुलपति प्रो. (डॉ.) रमाकांत यादव, प्रो. (डॉ.) सुनील कुमार, डिप्टी एमएस गणेश कुमार वर्मा, सैनिटेशन इंस्पेक्टर सुलेख कुमार तथा पूर्व सैनिक सुरक्षा अधिकारी अरविंद कुमार मौजूद रहे
