सैफई : उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई परिसर में सक्रिय प्राइवेट एंबुलेंस संचालकों और डग्गामार वाहनों के चालकों से आए दिन हो रही झड़पों से परेशान होकर 108 व 102 एंबुलेंस चालकों ने बुधवार को विश्वविद्यालय में स्थित पीजीआई पुलिस चौकी पहुंचकर शिकायती पत्र दिया। चालकों ने आरोप लगाया कि प्राइवेट वाहन संचालक उनके कार्य में बाधा डालते हैं, मरीजों को जबरन ले जाने की कोशिश करते हैं और विरोध करने पर मारपीट तक पर उतर आते हैं। 108 एंबुलेंस चालक महीपत सिंह पुत्र राम प्रसाद सिंह ने तहरीर देकर बताया कि वह एक मरीज को छोड़ने के लिए असरोही जा रहा था, तभी एक प्राइवेट एंबुलेंस संचालक ने रास्ते में उसकी एंबुलेंस को रोका और उसके साथ मारपीट की। इसके साथ ही सरकारी रिकॉर्ड हेतु रखे गए रजिस्टरों को फाड़ डाला।

सरकारी एंबुलेंस चालकों का आरोप है कि जच्चा-बच्चा को अस्पताल से घर छोड़ने के दौरान भी डग्गामार वाहन चालक जबरन मरीजों को ले जाने का प्रयास करते हैं और बाधा डालते हैं। कई बार दूरस्थ स्थानों, जैसे लखनऊ से मरीजों को लाने या ले जाने के निर्देश मिलते हैं, लेकिन प्राइवेट संचालकों द्वारा सेवा में व्यवधान उत्पन्न किया जाता है।
पीड़ितों का कहना है कि कई बार सेवा देने से रोकने के लिए जबरदस्ती की जाती है और विरोध करने पर कर्मचारियों के साथ मारपीट व रजिस्टर फाड़ने जैसी घटनाएं होती हैं, जिससे कार्य में बाधा आ रही है।
इस दौरान शिकायत करने वालों में महीपत, कु. राधा, निलेश, सोमेश, रजनीश, उपेंद्र, सुशील, सोनू, मनोज, सूरज वर्मा, सुनील सहित अन्य एंबुलेंस कर्मचारी मौजूद रहे।
पीजीआई चौकी इंचार्ज ललित कुमार ने बताया कि तहरीर प्राप्त हुई है। मामले की जांच की जा रही है। आगे की कार्रवाई जांच के आधार पर की जाएगी।
