सैफई : यूपीडा की लापरवाही एक बार फिर सवालों के घेरे में है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर बारिश के बीच फिसलकर खाई में गिरी कार हादसे में घायल मथुरा जीएसटी विभाग में तैनात असिस्टेंट कमिश्नर अनुभव सिंह 42 बर्षीय की मंगलवार तड़के उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई, इटावा में इलाज के दौरान मौत हो गई। हादसे के बाद वह अपनी पत्नी व कार चालक के साथ करीब 45 मिनट तक एक्सप्रेसवे पर तड़पते रहे, लेकिन समय पर न तो यूपीडा की रेस्क्यू टीम पहुंची और न ही एंबुलेंस।

हादसे की सूचना पर सोमवार रात ही इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव सैफई पहुंचे और घायलों की स्थिति का जायजा लिया। विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर में देर रात से उपचार चल रहा था। मंगलवार सुबह उपचार के दौरान अनुभव सिंह की मौत हो गई। मृतक के स्वजन भी रात में ही सैफई पहुंच गए थे। उन्होंने यूपीडा पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि यदि समय रहते चिकित्सकीय सहायता मिल जाती तो अनुभव सिंह की जान बचाई जा सकती थी।
हादसा सोमवार रात करीब आठ बजे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर चैनल नंबर 141 के पास हुआ। मूल रूप से जनपद श्रावस्ती के निवासी अनुभव सिंह मथुरा से लखनऊ के लिए निकले थे। कार में उनकी पत्नी रूमा सिंह और चालक अंकित सिंह भी सवार थे। बताया गया कि टाटा सफारी कार को चालक अंकित चला रहा था और रफ्तार करीब 95 किमी प्रतिघंटा थी। तेज बारिश के चलते सड़क पर पानी भर गया था। फिसलन के कारण कार डिवाइडर तोड़ती हुई खाई में जा गिरी। हालांकि एयर बैग नहीं खुले थे।
हादसे के बाद तीनों घायल अवस्था में काफी देर तक घटनास्थल पर पड़े रहे। चालक अंकित सिंह ने बताया कि करीब 45 मिनट तक कोई मदद नहीं मिली। यूपीडा की ओर से नियुक्त कोई अधिकारी या कर्मचारी मौके पर समय से नहीं पहुंचा। अंततः जब एंबुलेंस पहुंची तो तीनों को उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई, इटावा के ट्रॉमा सेंटर लाया गया। जहां जांच के बाद अनुभव सिंह को मंगलवार की सुबह मृत घोषित कर दिया गया, जबकि उनकी पत्नी और चालक को उपचार के लिए भर्ती किया गया।
मंगलवार सुबह विश्वविद्यालय परिसर में पुलिस की मौजूदगी में पंचनामा भरने के बाद मृतक का पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद स्वजन शव लेकर पैतृक गांव रवाना हो गए। अनुभव सिंह की मौत की खबर के बाद विभागीय साथियों में शोक की लहर है।
