सैफई : उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई में मंगलवार को प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह ने कुलपति पद का कार्यभार संभाला। प्रशासनिक भवन स्थित कुलपति कार्यालय में उन्होंने विधिवत रूप से पदभार ग्रहण किया। इस मौके पर कार्यवाहक कुलपति प्रो. (डॉ.) पी.के. जैन ने उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।

पदभार ग्रहण करने के बाद प्रो. अजय सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए सभी विभागों में समन्वय बनाते हुए कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना और मरीजों को समयबद्ध एवं प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना उनकी प्राथमिकता में रहेगा। कुलपति ने स्पष्ट किया कि शिक्षा, शोध और जनसेवा तीनों स्तरों पर सुधारात्मक और दीर्घकालिक पहल की जाएंगी।
चिकित्सा शिक्षा, शोध और प्रशासन के क्षेत्र में प्रो. अजय सिंह का चार दशक से अधिक का अनुभव रहा है। बाल अस्थि रोग चिकित्सा के क्षेत्र में उनकी गिनती देश और विदेश के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों में होती है। उन्हें अब तक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मंचों पर 64 से अधिक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है, जो उनके चिकित्सा क्षेत्र में योगदान और नेतृत्व क्षमता को दर्शाते हैं।
वर्ष 1985 में उन्होंने किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज, लखनऊ से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त की। वर्ष 1989 में ऑर्थोपेडिक सर्जरी में परास्नातक उपाधि ली। वर्ष 2004 में केजीएमयू के बाल अस्थि रोग विभाग में सहायक प्रोफेसर नियुक्त हुए और 2013 में प्रोफेसर बने। वर्ष 2016 से उन्होंने विभागाध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला। उनके नेतृत्व में भारत की पहली स्वतंत्र 25 बेड की बाल अस्थि रोग इकाई स्थापित हुई।
उत्तर प्रदेश सरकार से स्वीकृति प्राप्त एमसीआई अनुमोदित एमसीएच सुपर स्पेशलिटी कोर्स की शुरुआत में भी उनकी केंद्रीय भूमिका रही। उन्होंने अब तक 9 पुस्तकों का लेखन किया है, 250 से अधिक वैज्ञानिक शोध पत्र प्रकाशित किए हैं, 106 शोध परियोजनाओं में मार्गदर्शन किया है, 318 शोध पत्र देश-विदेश में प्रस्तुत किए हैं और 228 वैज्ञानिक सम्मेलनों में भाग लिया है।
प्रो. अजय सिंह चिकित्सा प्रशासन के क्षेत्र में भी लंबे अनुभव के धनी हैं। वे पूर्व में एम्स भोपाल, एम्स रायपुर और एम्स गोरखपुर के निदेशक रह चुके हैं। इसके अतिरिक्त वर्ष 2022 में फरवरी से जुलाई तक पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ, नोएडा में निदेशक के रूप में कार्यरत रहे।

उनके कार्यभार संभालने से विश्वविद्यालय को चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में नई दिशा और गति मिलने की संभावना जताई जा रही है। इस मौके पर प्रति कुलपति, प्रोफेसर डॉ रमाकांत यादव, कुलसचिव अभिनव रंजन श्रीवास्तव,वित्त अधिकारी,जगरोपन प्रसाद निषाद,डीन मेडिकल प्रोफेसर डॉक्टर आदेश कुमार,चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर डॉक्टर एसपी सिंह,और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
