सैफई (इटावा) : उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के कुलपति प्रो. डॉ. अजय सिंह ने बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगी आदित्यनाथ से लखनऊ में शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान कुलपति ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपना 100 दिन का एजेंडा साझा किया। मुख्यमंत्री ने कुलपति द्वारा रखे गए बिंदुओं पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए उपचार और चिकित्सा शिक्षा को और बेहतर बनाने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मरीजों को प्राथमिक स्तर पर हरसंभव इलाज मिले, आपातकालीन परिस्थितियों में किसी भी मरीज को वापस न किया जाए तथा नर्सिंग व अन्य पैरामेडिकल सुविधाओं को और मजबूत किया जाए। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय में किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कुलपति ने विश्वविद्यालय की कई प्रमुख समस्याओं और चुनौतियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि लंबे समय से विश्वविद्यालय में कुलसचिव का पद रिक्त है। इस पर मुख्यमंत्री ने स्थायी नियुक्ति का आश्वासन देते हुए कहा कि आप प्रस्ताव भेजें, हम इस पर कार्यवाही कराएंगे। इसी क्रम में कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद से अब तक दीक्षांत समारोह (कन्वोकेशन) आयोजित नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री ने इस विषय पर सहमति जताते हुए शीघ्र आयोजन का भरोसा दिलाया। बैठक में मरीजों की सुविधाओं से जुड़े मुद्दे भी प्रमुख रूप से उठाए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों के लिए बेहतर इंतज़ाम किए जाएं। उन्होंने ओपीडी सेवाओं के विस्तार, नर्सिंग सेवाओं की उपलब्धता बढ़ाने तथा प्राथमिक स्तर पर गुणवत्तापूर्ण इलाज सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
कुलपति ने मुख्यमंत्री को अब तक विश्वविद्यालय में किए गए सुधारात्मक कदमों से भी अवगत कराया। इसमें बाल रोग (पेडियाट्रिक) ओपीडी, वृद्धजन ओपीडी जैसी नई सेवाओं की शुरुआत शामिल है।
भेंट के दौरान मुख्यमंत्री और कुलपति की तस्वीर मुख्यमंत्री कार्यालय की आधिकारिक ट्विटर आईडी से साझा की गई है, जिसमें यह मुलाकात शिष्टाचार भेंट के रूप में वर्णित की गई है।
