सैफई (इटावा) राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती गुरुवार को सैफई क्षेत्र में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। इस दौरान विद्यालय, थाना और तहसील मुख्यालय पर विशेष कार्यक्रम आयोजित हुए, जहां दोनों महापुरुषों के आदर्शों को याद किया गया।

एस.एस. मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल, सैफई में प्रधानाचार्य एस.एन. यादव ने ध्वजारोहण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद गांधी और शास्त्री जी की प्रतिमाओं पर दीप प्रज्ज्वलन और माल्यार्पण किया गया। प्रधानाचार्य एस.एन. यादव ने कहा कि महात्मा गांधी ने पूरी दुनिया को अहिंसा का जो संदेश दिया, वह आज भी मानवता को राह दिखाता है।

वहीं, लाल बहादुर शास्त्री ने अपने ईमानदार और सादगीपूर्ण जीवन से यह साबित किया कि दृढ़ संकल्प और कर्मनिष्ठा से ही समाज और राष्ट्र की सच्ची सेवा की जा सकती है। इस अवसर पर शिक्षकों और छात्र-छात्राओं ने भी अपने विचार रखे। शिक्षक विभा पालीवाल, शिव शंकर सिंह, अवनीश यादव, आलोक यादव, विकेश यादव, वंदना शाक्य और बृजभान सिंह ने गांधी-शास्त्री के जीवन संघर्ष और आदर्शों पर प्रकाश डाला।

थाना सैफई में प्रभारी निरीक्षक भूपेंद्र राठी ने थाना स्टाफ के साथ जयंती मनाई। उन्होंने कहा कि गांधी और शास्त्री जी का जीवन हमें यह सीख देता है कि सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी और पारदर्शिता ही सबसे बड़ी पूंजी है। उन्होंने पुलिस कर्मियों से अपील की कि वे जनता की सेवा को प्राथमिकता दें और अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी निष्ठा के साथ करें।

सैफई तहसील में एसडीएम सिद्धार्थ चौधरी ने समस्त स्टाफ के साथ दोनों महापुरुषों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि गांधी और शास्त्री जी का जीवन दर्शन हर दौर में प्रासंगिक है। शासन-प्रशासन को चाहिए कि उनके बताए आदर्शों को अपनाकर जनसेवा और समाजहित को सर्वोच्च स्थान दे।
