सुबह से लाइन, दोपहर तक नंबर खत्म, 8 से 10 जनपदों से आते हैं मरीज
सैफई : (इटावा) उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। सोमवार को बड़ी भीड़ देखने को मिली। जांच कराने के लिए आए अधिकांश मरीजों को तत्काल नहीं बल्कि एक सप्ताह बाद की तारीख दी जा रही है। भीड़ इतनी है कि लोग सुबह 8 बजे से ही अस्पताल पहुंचने लगते हैं, फिर भी कई मरीजों का नंबर दोपहर तक नहीं आता।

उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय की पुरानी ओपीडी बिल्डिंग के कमरा नंबर 45 और 46 में संचालित दोनों मशीनों पर सुबह नौ बजे से अल्ट्रासाउंड की प्रक्रिया शुरू होती है, जो दोपहर एक बजे तक चलती है। पर्ची जमा करने की अंतिम समय सीमा साढ़े दस बजे तय है। इसके बाद आने वाले मरीजों को सीधे एक सप्ताह बाद की तारीख दे दी जाती है। हर दिन औसतन 180 से अधिक मरीज अल्ट्रासाउंड कराने आते हैं, जिसमें से लगभग 100 मरीजों की जांच हो पाती है, जबकि 70-80 मरीज अगली तारीख पर लौट जाते हैं।

मरीजों का कहना है कि सुबह ही अस्पताल पहुंचना पड़ता है ताकि नंबर मिल सके, लेकिन दोपहर तक पर्ची बंद होने की सूचना मिलते ही निराश होकर लौटना पड़ता है। बुजुर्ग और महिलाएं भी घंटों लाइन में इंतजार करती हैं, फिर भी जांच नहीं हो पाती। अल्ट्रासाउंड कराने के लिए आने वाले मरीज केवल इटावा जिले के नहीं, बल्कि औरैया, फर्रुखाबाद, मैनपुरी और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी पहुंचते हैं। इसमे मरीजों में पेट दर्द, लीवर या गुर्दे की समस्या, पेट में सूजन, से जुड़ी जाँच कराने वाले शामिल हैं। कई मरीज अपने सर्जरी से पहले अल्ट्रासाउंड करवा रहे हैं, इसके अलावा किडनी, पित्ताशय और अन्य आंतरिक अंगों की जांच के लिए भी मरीज आते हैं। कई मरीज ऐसे भी हैं जो लंबे समय से पेट दर्द, पेट में गैस या अपच की समस्या से परेशान हैं और अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए विश्वविद्यालय पहुंचते हैं।
बोले मरीज –
नंदलाल फर्रुखाबाद ने बताया, पेशाब की दिक्कत थी डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड लिखा है पहले 1 घंटे तक बिल कटवा कर लाइन में खड़े रहे अब यहां करीब 2 घंटे से लाइन में खड़े हैं नंबर आया तो बताया कि अब एक सप्ताह बाद आप अल्ट्रासाउंड के लिए आना। हम 100 किलोमीटर दूरी से आए हैं दिक्कत बहुत है एक सप्ताह तक इंतजार कैसे कर सकते हैं इस और प्रशासनिक अधिकारियों को ध्यान देने की जरूरत है।
अर्चना मैनपुरी बोली एक सप्ताह पहले तारीख दी गई थी आज यहां आ गए करीब 3 घंटे से बैठे हैं अभी तक नंबर नहीं आया है बड़ी समस्या हो रही घर पर बच्चों को छोड़कर आए हैं। अस्पताल के अधिकारियों को समस्या का निस्तारण कराने चाहिए।
