सैफई (इटावा) पंजाब नेशनल बैंक किसान प्रशिक्षण केंद्र ने शुक्रवार को अपना 20वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया। दो दशक की इस यात्रा में केंद्र ने किसानों, युवाओं और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए हैं और स्थापना दिवस पर भी यही भावना झलकती रही। समारोह में प्रशिक्षणार्थी युवक-युवतियों को कैरियर गाइडेंस दिया गया, वहीं स्कूली बच्चों को उपहार भेंट कर उनके चेहरों पर खुशियां बिखेर दी गईं।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई, जिसमें केंद्र निदेशक विपिन कुमार यादव, भरथना शाखा प्रबंधक ऋषभ यादव और सामाजिक विशेषज्ञ प्रेम कुमार शाक्य ने संयुक्त रूप से शिरकत की। दीप प्रज्वलन के बाद पूरे हॉल में तालियों की गड़गड़ाहट गूंजी और माहौल में उत्साह भर गया। अपने संबोधन में केंद्र निदेशक ने 20 साल के सफर को किसानों और कर्मचारियों की मेहनत का परिणाम बताते हुए कहा कि जब यह केंद्र शुरू हुआ था, तब इसका उद्देश्य सिर्फ प्रशिक्षण तक सीमित नहीं था, बल्कि किसानों की आमदनी बढ़ाने और उन्हें नई तकनीक से जोड़ने का भी था। आज यह केंद्र न केवल किसानों बल्कि युवाओं और महिलाओं के कौशल विकास में भी अहम भूमिका निभा रहा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आने वाले वर्षों में भी यह केंद्र और मजबूती के साथ काम करेगा।

स्थापना दिवस के मौके पर अतिथियों ने केक काटकर खुशियां साझा कीं और एक विशेष पहल के तहत बच्चों को उपहार वितरित किए। मासूम चेहरों पर खिली मुस्कान ने कार्यक्रम को और भी यादगार बना दिया। बच्चों को उपहार देते समय अतिथियों के चेहरे पर भी भावुकता साफ नजर आ रही थी। स्थानीय नागरिकों ने कहा कि यह केंद्र न सिर्फ किसानों बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए सकारात्मक बदलाव का माध्यम बन चुका है।

समारोह में प्रगतिशील किसान अरविंद प्रताप सिंह ने जैविक खेती की महत्ता पर चर्चा करते हुए बताया कि कैसे रासायनिक खाद और कीटनाशक के अत्यधिक उपयोग से भूमि की उर्वरता घट रही है और जैविक खेती इसका स्थायी समाधान है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे इस दिशा में आगे बढ़ें और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करें। कार्यक्रम का संचालन कृषि विशेषज्ञ राजेश कुमार गुप्ता ने किया, जिन्होंने मंच से प्रत्येक वक्ता और अतिथि का परिचय कराया तथा पूरे कार्यक्रम को रोचक बनाए रखा।
