सैफई : शुक्रवार को स्थानीय लोगों ने सूचना दी कि एक परिवार कार में हिरन का बच्चा ले जा रहा है। सूचना मिलने पर सैफई थाना पुलिस ने कार को घेराबंदी कर थाने के सामने रोककर चेक किया, जिसमें हिरन का बच्चा बरामद हुआ। इसके बाद पुलिस ने वन विभाग को सूचित किया।
मामले में कार सवार अभिलाख शास्त्री पुत्र रामलखन हैं, जो कथा भागवत का कार्य करते हैं। वे शुक्रवार को भिंड जनपद से ऑल्टो कार में अलीगढ़ जा रहे थे। उनके साथ अरविंद यादव पुत्र भूरसिंह और परिवार के अन्य सदस्य भी थे।
उदी चंबल पुल के पास, उन्होंने देखा कि दो लोग हिरन का बच्चा सड़क किनारे ले जा रहे थे। उन्होंने हिरन को अपनी कार में बैठा लिया और बताया कि उनका कोई गलत उद्देश्य नहीं था। अभिलाख शास्त्री ने कहा कि उन्होंने सोचा कि या तो हिरन को पाल लेंगे या रास्ते में जो थाने मिलेगा, वहां सुपुर्द कर देंगे।
सैफई थाना प्रभारी निरीक्षक भूपेंद्र राठी ने बताया कि सूचना पर पुलिस ने कार को थाने के सामने रोककर चेक किया। चेक के दौरान हिरन का बच्चा कार में पाया गया। पुलिस ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी।
क्षेत्रीय वन दरोगा एसएन पांडेय मौके पर पहुंचे और हिरन के बच्चे को अपने सुपुर्दगी में लेकर उच्च अधिकारियों को जानकारी दी। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि कार सवार हिरन को किसी गलत मंशा से नहीं ले जा रहे थे। दोनों युवकों देर शाम को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। वन विभाग हिरन के बच्चे को अपने संरक्षण में रखे हुए है और मामले की आगे की जांच जारी है।
