सैफई: हिंदी साहित्य के क्षेत्र में अपने अमूल्य योगदान के लिए इटावा की वरिष्ठ साहित्यकार एवं कवयित्री ऋचा राय को लखनऊ में “हिंदी गौरव सम्मान” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान विश्व साहित्य सेवा ट्रस्ट (रजि.) एवं निखिल प्रकाशन समूह, आगरा द्वारा आयोजित एक दिवसीय साहित्य उत्सव एवं राष्ट्रीय पुस्तक मेले के दौरान प्रदान किया गया।
13 सितंबर को राष्ट्रीय पुस्तक मेला, बलरामपुर गार्डन, अशोक मार्ग, लखनऊ में आयोजित इस साहित्यिक आयोजन में देशभर से साहित्यकार, लेखक, कवि और साहित्य प्रेमी बड़ी संख्या में शामिल हुए। हिंदी भाषा के संरक्षण, संवर्धन एवं साहित्यिक उत्थान पर विशेष ध्यान दिया गया।

समारोह में कवयित्री ऋचा राय की साहित्यिक रचनात्मकता और हिंदी साहित्य के प्रति उनके योगदान की खुले दिल से सराहना की गई। उन्होंने बताया कि अब तक उनकी चार पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें ‘अदृश्य शत्रु’ पाठकों के बीच विशेष लोकप्रिय रही है। ऋचा राय ने यह भी कहा कि शुद्ध एवं परिष्कृत हिंदी के संरक्षण से हम अपने मृतप्राय होते शब्दों को बचाकर भारतीय सभ्यता के महत्वपूर्ण पहलुओं को आने वाली पीढ़ी तक सुरक्षित रूप से पहुंचा सकते हैं।
विश्व साहित्य सेवा ट्रस्ट एवं निखिल प्रकाशन समूह के पदाधिकारियों ने उन्हें सम्मानित कर उनकी साहित्य सेवा को सराहा। साथ ही, समारोह में मौजूद अन्य वरिष्ठ साहित्यकारों ने भी ऋचा राय को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।
आयोजन के आयोजकों ने बताया कि इस प्रकार के साहित्यिक कार्यक्रम हिंदी भाषा के प्रति जनमानस में जागरूकता बढ़ाने और साहित्यकारों को प्रोत्साहित करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास हैं।
