सैफई इटावा : उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई में चिकित्सा क्षेत्र में एक बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। विश्वविद्यालय के सर्जिकल गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग की विशेषज्ञ टीम ने पेट में करीब 6 किलोग्राम वजन की बड़ी गाँठ से पीड़ित 25 वर्षीय विवाहित महिला का सफल ऑपरेशन कर उसे नया जीवन प्रदान किया। यह बेहद जटिल ऑपरेशन अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीकों और विशेषज्ञ डॉक्टर्स की मेहनत से संपन्न हुआ।

उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह ने इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “हमारा उद्देश्य राज्य के हर कोने में बसने वाले ग्रामीण एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मरीजों को निःशुल्क और उच्चतम गुणवत्ता की चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराना है। ऐसी जटिल चिकित्सा प्रक्रियाएं अब सीधे सैफई में ही संभव हो रही हैं, जिससे मरीजों को बड़े शहरों जैसे लखनऊ या दिल्ली की दूरियां तय करने की जरूरत नहीं पड़ती। यह उपलब्धि हमारे चिकित्सकीय स्टाफ की प्रतिबद्धता, उच्च तकनीक संसाधनों और निरंतर सेवा भावना का प्रतीक है। हम हर संभव प्रयास करेंगे ताकि प्रदेश के अंतिम नागरिक तक भी बेहतर इलाज पहुंच सके।”

सर्जिकल गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभागाध्यक्ष असिस्टेंट प्रोफेसर (डॉ.) कन्हैया लाल चौधरी ने बताया कि महिला पिछले दो वर्षों से पेट में गाँठ, भूख न लगना, पेटदर्द, बार-बार पेशाब आना और अत्यधिक कमजोरी जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रही थी।
स्थानीय निजी चिकित्सा केंद्रों में उपचार कराने के बावजूद समस्या का स्थायी समाधान नहीं मिला। अंततः महिला को विश्वविद्यालय में भर्ती कराया गया, जहाँ विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने अत्यंत जटिल प्रक्रिया के माध्यम से करीब 6 किलोग्राम की गाँठ को सफलतापूर्वक निकाला।

चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस.पी. सिंह ने बताया कि यह संपूर्ण उपचार निःशुल्क उपलब्ध कराया गया।
“मरीज वर्तमान में स्वस्थ होकर अस्पताल से छुट्टी प्राप्त कर चुकी है। यह सफलता न केवल चिकित्सा तकनीक की उन्नति बल्कि हमारी सेवा नीति का भी परिणाम है, जिसमें हम मरीज को समर्पित भाव से संपूर्ण इलाज उपलब्ध कराने को प्राथमिकता देते हैं।”
डॉ. सिंह ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय की आधुनिक सुविधाएं एवं विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम मिलकर प्रदेश के मरीजों को उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवा दे रही है।
