सैफई : (इटावा)” खेल अब केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि कैरियर का जरिया बन चुका है। खिलाड़ियों को उनकी मेहनत का पूरा परिणाम तभी मिल सकता है, जब उन्हें चोट लगने पर समय पर और विशेषज्ञ इलाज मिले। इसी उद्देश्य से विश्वविद्यालय ने यह स्पोर्ट्स इंजरी क्लिनिक शुरू किया है।” यह कहना था उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय, सैफई के कुलपति प्रो. (डॉ.) अजय सिंह का, जिन्होंने शुक्रवार को अस्थि रोग विभाग में स्पोर्ट्स इंजरी क्लिनिक ओपीडी का फीता काटकर शुभारंभ किया।

कुलपति ने कहा कि यह क्लिनिक खिलाड़ियों को खेल चोटों के उन्नत व सुपर स्पेशियलिटी स्तर पर उपचार, चोटों की रोकथाम, पुनर्वास और फिटनेस संबंधी परामर्श एक ही छत के नीचे उपलब्ध कराएगा। “हमारा प्रयास है कि खिलाड़ी यहां से पूरी तरह स्वस्थ होकर मैदान में लौटें और देश-प्रदेश का नाम रोशन करें,” उन्होंने कहा। अस्थि रोग विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) सुनील कुमार ने कहा, “यह क्लिनिक खिलाड़ियों और खेल छात्रों के लिए समर्पित है। इसमें खेल चोटों के निवारण के साथ-साथ चोटों की रोकथाम, जागरूकता और पुनर्वास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। अस्थि रोग विभाग के साथ फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलिटेशन, मनोरोग, फिजियोलॉजी और न्यूट्रिशन विभाग का सहयोग रहेगा, जिससे खिलाड़ियों को मानसिक मजबूती, पोषण संबंधी सलाह, फिटनेस प्रशिक्षण और आधुनिक फिजियोथेरेपी सेवाएं मिलेंगी। हमारा लक्ष्य है कि खिलाड़ी कम से कम समय में चोट से उबरकर उच्चतम प्रदर्शन कर सकें।”

मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स कॉलेज, सैफई के प्राचार्य सर्वेंद्र सिंह चौहान ने कहा, “खेल छात्रों और खिलाड़ियों के लिए यह बड़ी सौगात है। चोट लगने पर अब उन्हें महानगरों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। यहां सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिससे उनकी पढ़ाई और प्रशिक्षण प्रभावित नहीं होगा।”

नोडल अधिकारी डॉ. हरीश कुमार ने कहा, “विश्वविद्यालय का यह कदम खेल चिकित्सा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि है। इस क्लिनिक की बदौलत ग्रामीण और अंचल स्तर के खिलाड़ी भी उच्च स्तरीय उपचार प्राप्त कर सकेंगे, जो पहले केवल बड़े शहरों में संभव था।”
उद्घाटन अवसर पर विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने 20 से अधिक खिलाड़ियों का परीक्षण कर उन्हें पोषण, फिटनेस, फिजियोथेरेपी और चोटों की रोकथाम संबंधी सुझाव दिए। यह क्लिनिक हर शुक्रवार सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक ओपीडी कक्ष संख्या-3 में संचालित होगा। कार्यक्रम में प्रो. (डॉ.) रामकांत यादव प्रति कुलपति, डॉ. विनय कनौजिया, डॉ. ए.के. मिश्रा, डॉ. रवि रंजन, डॉ. उषा शुक्ला, डॉ. मनोज कुमार, डॉ. गणेश वर्मा सहित विभिन्न विभागों के संकाय सदस्य मौजूद रहे।
